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बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर बैन को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से माँगा जवाब - IAMC
BBC documentary

बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर बैन को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरकार को नोटिस जारी किया

बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया:द मोदी क्वेश्चन’ पर बैन लगाने के मोदी सरकार के फ़ैसले का सुप्रीम कोर्ट परीक्षण करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने इस संबंध में दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र को नोटिस जारी किया और तीन हफ़्ते में प्रतिबंध लगाने संबंधी ओरिजनल रिकॉर्ड समेत जवाब मांगा है।

 

गुजरात में 2002 में हुए मुसलमानों के नरसंहार में मोदी का हाथ उजागर करने और बतौर पीएम मोदी राज में अल्पसंख्यकों के दमन का चित्रण करने वाली बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर केंद्र सरकार ने बैन लगा दिया है। यही नहीं यूट्यूब और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों से भी इसे हटवा दिया है। इसके ख़िलाफ़ वरिष्ठ पत्रकार और द हिंदू के पूर्व संपादक एन राम, सुप्रीम कोर्ट  के चर्चित वकील प्रशांत भूषण और टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। इसके अलावा एक अन्य वकील वकील एमएल शर्मा ने भी बैन को  मनमाना, दुर्भावनापूर्ण और असंवैधानिक बताते हुए याचिका दाखिल की थी। साथ ही, डॉक्यूमेंट्री में दिए गए सबूतों के आधार पर एक SIT के ज़रिए जांच करा के दोषियों को सज़ा दिलाने की भी मांग की है।

 

सुनवाई के दौरान एन राम के वकील ने कहा कि डॉक्यूमेंट्री को लेकर यूनिवर्सिटी में छात्रों को प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्हें यूनिवर्सिटी से निकालने तक की धमकी दी जा रही है। इसकी जल्द सुनवाई होनी चाहिए।

 

बहरहाल, सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस एम।एम।सुंदरेश की खंडपीठ ने जल्द सुनवाई से इंकार करते हुए अप्रैल में सुनवाई करना तय किया है। खंडपीठ ने यह भी कहा है कि वह केवल प्रतिबंध की क़ानूनी वैधता पर सुनवाई करेगा।

 

सुप्रीम कोर्ट ने 5 फ़रवरी की हिंदू जनाक्रोश रैली में हेट स्पीच न देने की गारंटी माँगी, वीडियोग्राफ़ी कराने का निर्देश

महाराष्ट्र में 5 फ़रवरी को होने जा रही हिंदू जन आक्रोश रैली को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने चेताया है। सर्वोच्च अदालत ने प्रशासन को रैली की वीडियोग्राफ़ी कराने और हेटस्पीच पर सख्ती से रोक लगाने का निर्देश दिया है।

 

सकल हिंदू समाज 5 फरवरी को मुंबई में हिंदू जन आक्रोश रैली निकालने वाला है। शाहीन अब्दुल्ला नाम के याचिकाकर्ता ने कहा है 29 जनवरी को मुंबई में ‘सकल हिंदू समाज’ के तत्वाधान में हिंदू जनाक्रोश मोर्चा के बैनर तले हुई रैली में भारतीय जनता पार्टी के विधायक टी। राजा सिंह द्वारा मुसलमानों को मारने का खुला आह्वान किया गया था। ऐसा ही 5 फ़रवरी को भी हो सकता है।


मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस केएम जोसेफ और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बेंच ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने अंडर टेकिंग देने को कहा। बेंच ने कहा कि अगर महाराष्ट्र सरकार सकल हिंदू समाज को रैली की अनुमति देती है तो ज़िम्मेदार अधिकारी भड़काऊ भाषण देने वालों पर तुरंत एक्शन लें। पूरे कार्यक्रम की वीडियोग्राफ़ी हो जिसे कोर्ट मे जमा किया जाए। इसके अलावा कोर्ट ने 29 जनवरी को दिए गये भड़काऊ भाषणों के आरोपों की जाँच के भी निर्देश दिये।

 

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने अफसोस जताया कि उसके आदेशों के बावजूद सरकारें हेट स्पीच के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही हैं।

 

बाबा रामदेव ने इस्लाम और ईसाई धर्म को लेकर दिया शर्मनाक बयान

प्रधानमंत्री मोदी के प्रबल समर्थक और पतंजलि योगपीठ के संस्थापक रामदेव ने इस्‍लाम और ईसाई धर्म को लेकर शर्मनाक बयान दिया है। उन्‍होंने एक कार्यक्रम के दौरान उपस्थित जनसमूह को भड़काते हुए कहा कि इस्‍लाम में यही सिखाया जाता है कि 5 वक्‍त का नमाज पढ़ो और आतंकवादी बनो।

 

राजस्थान के बाड़मेर में एक मंदिर में आयोजित प्राण प्रतिष्‍ठा कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे बाबा रामदेव ने कहा कि, “मुसलमान अगर आतंकवादी भी होगा तो वह नमाज जरूर अदा करेगा। ऐसे लोग इस्लाम का मतलब नमाज तक ही समझते हैं। पांच बार नमाज पढ़ो और जो भी पाप करना है वह करो। चाहे हिंदुओं की छोरियों को उठाओ, चाहे जिहाद के नाम पर आतंकी बनकर जो मन में आए वो करो।”

 

रामदेव ने यह भी कहा कि “इन लोगों (मुस्लिम) के अनुसार, जन्नत का मतलब है कि टखने तक पायजामा पहनो, अपनी मूंछों को कटवा लो, लंबी दाढ़ी बढ़ा लो, टोपी पहनकर ही चलो। ऐसा इस्लाम कहता है या कुरान कहता है, मैं ये नहीं कह रहा हूं, लेकिन ये लोग ऐसा कर रहे हैं। वह बस इसलिए कर रहे हैं कि उन्हें जन्नत मिले। जन्नत में हूरें मिलेंगी। जन्नत में शराब मिलेगी। ऐसी जन्नत तो जहन्नुम से भी बेकार है।”

 

ईसाई धर्म पर हमला बोलते हुए रामदेव ने कहा कि दिन में भी चर्च में जाकर मोमबत्ती जलाओ, सारे पाप धुल जाएंगे। लेकिन, हिंदू धर्म में ऐसा कुछ नहीं होता है।  मैं किसी की आलोचना नहीं कर रहा हूं। लेकिन कोई इस दुनिया को इस्लाम में तो कोई ईसाई में बदलना चाहता है। लेकिन बदलकर करोगे क्या?

रामदेव ने अंत में कहा कि सनातन धर्म कहता है कि सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठो। भगवान का नाम लो और योग करो। हमें हिंदू धर्म इसकी सीख देता है कि जीवन को कैसे अच्छे से जीना है। हमें सात्विक व्यवहार और काम करना चाहिए। हिंसा, झूठ, लड़ाई-झगड़े, पाप, अपराध से दूर रहना चाहिए। यह सबकुछ हिंदू धर्म सिखाता है।